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स्पर्श व्यंजन कितने होते है | Trick से परिभाषा व संख्या याद करे | Sparsh Vyanjan kitne hote hain

Sparsh Vyanjan kitne hote hain -: लोग अक्सर यह पूछते रहते हैं कि स्पर्श व्यंजन कितने होते है, स्पर्श व्यंजन किसे कहते हैं तथा स्पर्श व्यंजन के दो उदाहरण, इस प्रकार से कई प्रश्न इंटरनेट पर पूछे जाते हैं

तो दोस्तों आज के इस पोस्ट में मैं आपको बहुत ही सरल शब्दों में स्पर्श व्यंजन कितने होते हैं तथा स्पर्श व्यंजन की परिभाषा को बताएंगे और स्पर्श व्यंजन के उदाहरण भी बताएंगे

लेकिन दोस्तों स्पर्श व्यंजन कितने होते हैं यह जाने से पहले आपको स्पर्श व्यंजन की परिभाषा या स्पर्श व्यंजन किसे कहते हैं यह जान लेना जरूरी है

इसलिए मैं आपको सबसे पहले स्पर्श व्यंजन की परिभाषा बता रहा हूं तो दोस्तों इस पोस्ट को शुरू से लेकर के लास्ट तक पड़ेगा आपको एक एक अक्षर क्लियर समझ में आएगा

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स्पर्श व्यंजन किसे कहते हैं | Sparsh vynajn kise kahate hain

दोस्तों अध्ययन की दृष्टि से व्यंजन को तीन भागों में विभाजित किया गया है

  1. स्पर्श व्यंजन
  2. ऊष्मा व्यंजन
  3. अंतस्थ व्यंजन

तो दोस्तों अभी मैं आपको स्पर्श व्यंजन की परिभाषा बताने जा रहा हूं या दूसरे शब्दों में कहें तो स्पर्श व्यंजन किसे कहते हैं फिर इसके बाद आपको मैं अंतस्थ व्यंजन और उस्मा व्यंजन के बारे में बात करेंगे

स्पर्श व्यंजन के  परिभाषा  – स्पर्श व्यंजन के नाम से ही पता चलता है कि यह व्यंजन को स्पर्श करके बोला जाता है अर्थात कह सकते हैं कि ” ऐसे व्यंजन जिनको बोलते समय जीव के माध्यम से मुंह के किसी ने किसी हिस्से से स्पर्श होता है उन्हें इस स्पर्श व्यंजन कहा जाता है

स्पर्श व्यंजन को वर्गीय व्यंजन और उदित व्यंजन भी कहा जाता है

ऊष्मा व्यंजन के  परिभाषा ऐसे व्यंजन जिनको बोलते समय मुख से एक विशेष प्रकार की आवाज के साथ उस्मा निकलती है उसे उस्मा व्यंजन कहा जाता है ऊष्मा व्यंजन की संख्या चार होती है जो कि निम्न लिखित हैं

 स ,श ,ष और ह

अंतस्थ व्यंजन के  परिभाषा– ऐसे वर्ड जिनको बोलते समय स्वर और व्यंजन की सहायता से बोले जाते हैं उन्हें अंतस्थ व्यंजन कहा जाता है अंतस्थ व्यंजन की संख्या चार होती है जोकि इस प्रकार हैं

य, र, ल, व, 

Sparsh Vyanjan Kitne Hote Hain?

स्पर्श व्यंजन की परिभाषा जानने के बाद आपको यह जानना बहुत ही आवश्यक होता है कि Sparsh Vyanjan Kitne Hote Hain ?

Sparsh Vyanjan kitne hote hain
स्पर्श व्यंजन कितने होते हैं

आपको यह मालूम होगा कि कुल व्यंजनों की संख्या 33 होती है जबकि स्वरों की संख्या 13 होती है उन्हें 35 व्यंजनों में से 4 उस्मा व्यंजन 4 अंतस्थ व्यंजन और 25 स्पर्श व्यंजन होते हैं

तो मैं यदि आपको सरल शब्दों में कहूं कि स्पर्श व्यंजन कितने होते हैं तो इनकी संख्या 25 होती है जोकि इन्हें 5 वर्गों में विभाजित किया गया है

लेकिन अब आप सोच रहे होंगे कि इनकी संख्या तो 25 होती है लेकिन स्पर्श व्यंजन कौन-कौन से होते हैं

स्पर्श व्यंजन क वर्ग से लेकर म वर्ग तक के बीच में जितने भी व्यंजन होते हैं सभी स्पर्श व्यंजन कहलाते हैं जो कि इनकी संख्या 25 होती है इन 25 व्यंजनों को मैं वर्ग के रूप में नीचे लिखा है

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क ख ग घ — क से ज्ञ तक शब्द Ka Kha Ga Gha Hindi Mein Varnamala

स्पर्श व्यंजन कितने होते हैं

क वर्गक, ख, ग, घ, ङ।
च वर्गच, छ, ज, झ, ञ।
ट वर्गट, ठ, ड, ढ, ण
त वर्गत, थ, द, ध, न।
प वर्गप, फ, ब, भ, म।
Sparsh Vyanjan kitne hote hain

स्पर्श व्यंजन की संख्या सामान्यत:25 होती है लेकिन यदि द्विगुण व्यंजनों (ड़्, ढ़्) को भी शामिल कर लिया जाए तो इनकी संख्या 27 होती है

स्पर्श व्यंजन वर्ण कितने प्रकार के हैं

स्पर्श व्यंजन के वर्ग 5 होते हैं और 5 वर्ग मुख के अलग-अलग हिस्से से बोले जाते हैं जो कि मैंने नीचे दिया है कि कौन सा वर्ग किस चीज से बोला जाता है

1.क वर्गकण्ठ का स्पर्शक, ख, ग, घ, ङ।
२.च वर्गतालु का स्पर्शच, छ, ज, झ, ञ।
३.ट वर्गमूर्धा का स्पर्शट, ठ, ड, ढ, ण
4.त वर्गदाँतो का स्पर्शत, थ, द, ध, न।
५.प वर्गहोठों का स्पर्शप, फ, ब, भ, म।
Sparsh Vyanjan kitne hote hain

स्पर्श व्यंजन के उदाहरण

किसी भी चीज को समझने के लिए उदाहरण के माध्यम से बहुत ही आसानी से समझा जा सकता है इसलिए मैं आपको स्पर्श व्यंजन के उदाहरण सहित आपको बताने जा रहा हूं

  • ‘ और ‘‘ को बोलती समय जीभ और दांत के ऊपर स्पर्श होता है
  • ‘ और ‘‘ को बोलते समय दोनों होठों पर बहुत और नीचे वाले एक दूसरे को स्पर्श करते हैं
  • ‘ और ‘‘ का उच्चारण करते समय गले में वायु रूप जाती है
  • ‘ और ‘‘ को बोलते समय जीभ दांत और मुख के अंदर तलवे एक दूसरे को स्पर्श करते हैं

स्पर्श व्यंजन नहीं है

व्यंजन की संख्या की बात की जाए तो इनकी संख्या को टोटल 33 है जिनमें से 25 व्यंजन स्पर्श व्यंजन है जो कि मैंने ऊपर भी आपको बताया कि वह व्यंजन कौन-कौन से थे फिर भी मैं आपको एक बार पुनः याद दिलाना चाहता हूं कि क से लेकर म तक के व्यंजन को स्पर्श व्यंजन कहा जाता है

इन 25 व्यंजनों को छोड़कर बाकी सभी व्यंजन स्पर्श व्यंजन नहीं है जो कि इनकी संख्या 8 है और यह 8 स्पर्श व्यंजन नहीं है जो कि इस प्रकार हैं

य, र, ल, व,  स ,श ,ष और ह

हिन्दी भाषा में कुल कितने व्यंजन है?

हिंदी भाषा में लेखन के आधार पर कुल वर्णों की संख्या 52(39 व्यंजन+13 स्वर) है जिसमें 39 व्यंजन और 13 स्वर हो जाते हैं

जबकि हिंदी भाषा में उच्चारण के आधार पर इनकी संख्या45 (35 व्यंजन+10 स्वर) हो जाती है जिसमें 35 व्यंजन और 10 स्वर हो जाते हैं

लेकिन सामान्यता कोई व्यक्ति पूछे कि हिंदी भाषा में कुल कितने वर्ण होते हैं तो इसका जवाब 52 होना चाहिए जबकि यदि कोई व्यक्ति यह पूछे कि हिंदी भाषा में कुल कितने व्यंजन है तो इसका जवाब 39 दिया जाना चाहिए जबकि स्वरों की बात की जाए तो 13 स्वर होंगे


संस्कृत में स्पर्श व्यंजन कितने होते हैं

संस्कृत में स्पर्श व्यंजन की संख्या की बात की जाए तो इनमें इसकी संख्या 25 होती है जबकि हिंदी में भी इनकी संख्या 25 होती है जो कि इस प्रकार हैं

 क वर्ग    क्  ख्  ग्  घ्  ङ्
च वर्ग    च्  छ्  ज्  झ्  ञ्
ट वर्ग     ट्  ठ्  ड्  ढ्  ण्
त वर्ग     त्  थ्  द्  ध्  न्
प वर्ग     प्  फ्  ब्  भ्  म्

Sparsh vyanjan ke examples kya Hain

स्पर्श व्यंजन के एग्जांपल की बात की जाए तो इनके बहुत ढेर सारे एग्जांपल है जो कि मैं यहां पर एक एग्जांपल आपको दे रहा हूं लेकिन आप को और अधिक एग्जांपल चाहिए तो ऊपर मैंने एक हेडिंग मैं आपको कई ढेर सारे एग्जांपल दिए हैं

त‘ और ‘द‘ का उच्चारण करते समय जीभ दांतऔर मुख के अंदर तलवे एक दूसरे से स्पर्श करते हैं जोकि स्पर्श व्यंजन कहलायेंगे


स्पर्श व्यंजन के दो उदाहरण

स्पर्श व्यंजन के दो उदाहरण निम्नलिखित हैं

और बोलते समय जीव और दान मुख के अंदर तलवे से स्पर्श करते हैं


अंतस्थ व्यंजन कितने होते हैं

अंतस्थ व्यंजन की संख्या की बात की जाए तो इनकी संख्या 25 होती है जो कि क वर्ग से लेकर के प तक होती है जो कि इस प्रकार हैं

  • क, ख, ग, घ, ङ
  • च, छ, ज, झ, ञ
  • ट, ठ, ड, ढ, ण
  • त, थ, द, ध, न
  • प, फ, ब, भ, म


ऊष्म व्यंजन कौन से हैं

ऊष्मा व्यंजन की संख्या चार होती है इनको बोलते समय मुख से एक विशेष प्रकार की उस्मा निकलती है

14 उस्मा व्यंजन है –  स ,श ,ष और ह

संस्कृत में व्यंजन कितने प्रकार के होते हैं

संस्कृत वर्णमाला में 33 व्यंजन होते हैं जबकि स्वरों की संख्या 13 होती है

संस्कृत में व्यंजन को ‘हल्’ और स्वर को अच्‘बोला जाता है

Sparsh Vyanjan Ki Sankhya Kitni Hoti Hai

स्पर्श व्यंजन की संख्या की बात की जाए तो इनकी संख्या कूल 25 होती है जो कि 5 वर्गों में विभाजित होती है ए क वर्ग से लेकर प वर्ग तक होते हैं

इस प्रकार से कह सकते हैं कि यह क से शुरू होकर के म तक जितने भी वर्ण होते हैं यह सभी स्पर्श व्यंजन कहलाते हैं

स्वर के कितने भेद होते हैं

स्वर के भेद की बात की जाए तो इन के तीन भेद होते हैं जो कि इस प्रकार हैं

हस्व स्वर

दीर्घ स्वर

प्लुत स्वर

इन स्वरों को क्रमशः एक मात्रिक द्वी मात्रिक एवं त्री मात्रिक स्वर भी कहा जाता है

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FAQ

स्पर्श व्यंजन कितने होते हैं और कौन से होते है ?

स्पर्श व्यंजन 25 होते हैं और ये क्रमश इस प्रकार है

  • क, ख, ग, घ, ङच, छ, ज, झ, ञट, ठ, ड, ढ, णत, थ, द, ध, नप, फ, ब, भ, म
  • स्पर्श व्यंजन कितने है और ये कहा से कहा तक है?

    स्पर्श व्यंजन की संख्या की बात की जाए तो इनकी संख्या 25 होती है येसे लेकर तक होते हैं

    संस्कृत में कितने स्पर्श व्यंजन होते हैं?

    संस्कृत में स्पर्श व्यंजन की संख्या 25 होती है जो कि ए क वर्ग से लेकर प वर्ग तक होते हैं

    हिंदी में वर्णमाला की संख्या कितनी होती है?

    हिंदी में वर्णमाला की संख्या 52 होती है जिसमें से 39 व्यंजन होते हैं और 13 स्वर होते हैं

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